मछलीशहर जौनपुर:- रमज़ान का चांद निकलते ही उसी रात से तरावीह (विशेष नमाज़) शुरू होती है। अल्लाह की मुकद्दस किताब कुरआन शरीफ रमज़ान में नाज़िल हुई थी। ईशा की नमाज़ के बाद 20 रकआत तराबीह की नमाज़ अदा होती है। आज 9 रमज़ान दसवी तरावीह थाना वाली मस्जिद मे तरावीह की नमाज में कुरआन-ए-पाक मुकम्मल हाफ़िज़ मोहम्मद कैफ पुत्र सलीम निवासी ग्राम पहाड़पुर मदरसा अरबिया जामीउल उलूम ने किया । इसी क्रम में मौलाना इस्माईल क़ासमी ने बयान करते हुए फरमाया कि वह लोग खुशनसीब हैं जिनको तरावीह में अल्लाह का कलाम सुनने के लिए मिला। यह सदका हमारे नबी का है जिसकी वजह से अल्लाह का कलाम हमको नसीब होता है। अल्लाह ने कुरआन नाजिल किया है वही इसकी हिफाजत करेंगे।
उन्होंने कहा कि तरावीह अभी खत्म नहीं हुई है। तरावीह में कलाम पाक सुनना अलग सुन्नत है और पूरे माह तरावीह सुनना अलग सुन्नत है। उन्होंने कहा कि हर मुसलमान को रोजा रखना चाहिए और अल्लाह की इबादत करनी चाहिए बयान के बाद मुल्क में अमन शांति के दुवा की गई। इसी क्रम में तरावीह मुकम्मल होने पर तारिक इक़बाल और हिदायत हाशमी ने मिठाई तकसीम किया और हाफ़िज़ साहब नज़राना पेश किया। इस मौके परतारिक़ इक़बाल, अतीक अहमद,हिदायत अली,अक़ील शेरू,नदीम खान,बादशाह,अख्तर इक़बाल,इमरान अन्सारी,फ़िरोज़ खान,इक़बाल कुरैशी,शान मोहम्मद मोहम्मद सैफ पहाड़पुर,साजिद हाशमी,वसीम सलमानी,बाबू अंसारी शूज,आरिफ रमज़ान,साबिर राईन, सद्दाम,शफीक,रोशन,नेसार अहमद राइन,फखरुद्दीन कुरैशी,शजरुल इस्लाम,मोहम्मद अब्दुल्लाह,हाफ़िज़ नेमत,एडवोकेट इस्तियाक, हाजी अज़हर आदि लोग उपस्थित रहे।